नई दिल्ली। भारत के मौजूदा प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) संजीव खन्ना के पास 55.75 लाख रुपए की सावधि जमा, दक्षिण दिल्ली में तीन वेडरूम का डीडीए फ्लैट और कॉमनवेल्थ खेल गांव में 2,446 वर्ग फुट का चार वेडरूम का फ्लैट है । अगले प्रधान न्यायाधीश के लिए नामित न्यायमूर्ति वीआर गवई के पास वैंक में 19.63 लाख रुपए से अधिक की राशि, महाराष्ट्र के अमरावती में अपने दिवंगत पिता से विरासत में मिला एक घर, मुंबई के वांद्रा तथा दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में फ्लैट और अमरावती तथा नागपुर में खेती की जमीन है।
पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अपनी वेवसाइट पर न्यायाधीशों की संपत्ति का विवरण अपलोड किया। पूर्ण अदालत द्वारा प्रासंगिक विवरण सार्वजनिक करने का फैसला सुनाए जाने के वाद यह कदम उठाया गया है। न्यायालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘भारत के सुप्रीम कोर्ट की पूर्ण अदालत ने एक अप्रैल 2025 को निर्णय लिया कि इस न्यायालय के न्यायाधीशों की संपत्ति का विवरण अदालत की वेवसाइट पर अपलोड कर सार्वजनिक किया जाएगा । न्यायाधीशों की संपत्ति का पहले से प्राप्त विवरण अपलोड किया जा रहा है ।
अन्य न्यायाधीशों की संपत्ति की जानकारी प्राप्त होने पर अपलोड की जाएगी। आंकड़ों के अनुसार 13 मई को सेवानिवृत्त होने वाले प्रधान न्यायाधीश खन्ना के पास गुरुग्राम के सेक्टर-49 के शीशपाल विहार में 2016 वर्ग फुट वाले चार वेडरूम के फ्लैट में 56 प्रतिशत की हिस्सेदारी है और हिमाचल प्रदेश के डलहौजी में एक घर और जमीन में हिस्सेदारी है। यह भी बताया गया कि उनके पास लोक भविष्य निधि में 1.06 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश है।
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न्यायमूर्ति गवई के पास बैंक में 19.63 लाख रुपए अधिक का निवेश है, सामान्य भविष्य निधि में 1,77,89,000 रुपए, जीवन वीमा निगम की ‘मनी वैक पॉलिसी’ में वार्षिक 29,625 रुपए का प्रीमियम और 14,000 रुपए के शेयर हैं । चल संपत्तियों की वात करें तो सीजेआई खन्ना के पास 250 ग्राम सोना, दो किलो चांदी है जो अधिकांश विरासत में और उपहार में मिली है और 2015 मॉडल की ‘मारुति स्विफ्ट’ कार है।
खन्ना के सेवानिवृत्त होने के वाद 14 मई को प्रधान न्यायाधीश का पदभार संभालने वाले न्यायमूर्ति गवई के पास 5.25 लाख रुपए के सोने के गहने और आभूषण सहित चल संपत्ति है, उनकी पत्नी के पास 29.70 लाख रुपए के आभूषण और 61,320 रुपए की नकद राशि है । 33 न्यायाधीशों में से 21 ने अपनी संपत्ति का व्योरा सार्वजनिक किया है। गवई के वाद इस साल 24 नवंबर को प्रधान न्यायाधीश वनने वाले न्यायमूर्ति सूर्यकांत के पास चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में एक घर, पंचकूला में 13 एकड़ की कृषि भूमि और गुरुग्राम में 300 वर्ग गज का प्लॉट समेत अन्य अचल संपत्तियां हैं। उनके पास 4.11 करोड़ रुपए की सावधि जमा, 100 ग्राम सोने के गहने और तीन कीमती घड़ियां हैं।
इस माह 24 तारीख को सेवानिवृत्त होने वाले न्यायमूर्ति अभय एस ओका के पास ठाणे में एक आवासीय फ्लैट, ठाणे में कृषि भूमि में एक अविभाजित हिस्सा और 21.76 लाख रुपए की सावधि जमा और 9.10 लाख रुपए की बचत है। न्यायमूर्ति विक्रम नाथ की घोषित संपत्ति के अनुसार, उनके पास नोएडा में दो वेडरूम का फ्लैट, प्रयागराज के सिविल लाइंस में एक बंगला और कौशांबी में 20 वीघा कृषि भूमि है। न्यायमूर्ति नाथ के पास 1.5 करोड़ रुपए की निवेश संपत्ति है।
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